UXDE dot Net

किस तरह का गहना खरीदें इस त्यौहारी सीजन में

By -

फैशन की दुनिया भले ही कॉस्ट्यूम ज्वेलरी का व्रेQज बढ़ रहा हो, लेकिन प्योर ज्वेलरी की डिमांड में कहीं कोई कमी नहीं आई है। आलम यह है कि कि दीवाली के बाद शादियों के सीजन के कारण आभूषणों के बाजार में इन दिनों जबर्दस्त तेजी है। इस बार कैसे ज्वेलरी खरीदें, बता रही हैं रश्मित कौरः
नजरें ठहर जाएं

इन दिनों सोने की कीमत आसमान छू रही है, बावजूद इसके शोरुम्स मेें ज्वेलरी खरीदने वालों की भीड़ हर समय नजर आती है। चमन ज्वेलर्स पहाड़गंज के विक्की नागी का कहना है कि फैशन को ध्यान में रखकर ज्वेलरी पहनने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। दरअसल, आज लोगों को ऐसी ज्वेलरी चाहिए, जिस पर नजरें ठहर जाएं। उनका लुक और डिजाइन शानदार हो और वह हर परिधान के साथ मैच करे। वजन में हल्की और स्लीक हो। इसीलिए आज ज्वेलरी निर्माता ज्वलेरी डिजाइन करवाते समय इस बात का पूरा ध्यान रख रहे हैं कि उसमें परंपरा और आधुनिकता का संगम नजर आए। यंग जेनरेशन की यही पसंद है।

गहनों का मिक्स ट्रेंड
आभूषणों की दुनिया में आजकल मिक्स ट्रेंड चल रहा है। सोने के साथ वुंQदन, पोलकी का चलन इन दिनों खूब है। लोग बड़े—बड़े हार की बजाय स्लीक नेकलेस ज्यादा बनवा रहे हैं। मध्यमवर्गीय लोगों में भी डायमंड को लेकर व्रेQज पहले की तुलना में बढ़ा हैं। वैसे भी लोग अपने पैसे को ज्वेलरी में इन्वेस्ट कर रहे हैं, क्योंकि ज्वेलरी की री—सेल वैल्यू हमेशा बढ़ती रहती है। जहां तक कॉस्टयूम ज्वेलरी का सवाल है, तो इस तरह की ज्वेलरी लोग शौकिया तौर पर ही पहनते हैं। शादी—ब्याह से लेकर खास मौकों पर प्योर ज्वेलरी ही आज भी लोगों की पसंद है। गोल्ड या डायमंड के मुकाबले कॉस्टयूम ज्वेलरी की री—सेल वैल्यू नहीं हैं। प्योर ज्वेलरी पहनना स्टेट्स सिंबल माना जाता है।

एक से बढ़कर एक डिजाइनः वह जमाना गया, जब सालों साल एक ही तरह के डिजाइन चलते थे। आज तो एक डिजाइन को रिपीट ही नहीं किया जाता, क्योंकि ग्राहक हमेशा कुछ नया चाहता है। इसीलिए आज 10 ग्राम में भी सोने का खूबसूरत नेकलेस मिल जाएगा। पीसी ज्वेलर्स में आपको टीवी सीरियलों के किरदारों की पसंद की डिजाइनर ज्वेलरी भी मिल जाएगी। यही नहीं शुद्धता की पूरी गारंटी भी होगी।
ट्टहॉलमार्क’ का निशान जरQर देंखें

वैसे, आभूषण खरीदते वक्त आपको इस बात का पूरा ध्यान रखना चाहिए कि ज्वेलरी पर सिर्पQ शत—प्रतिशत हॉलमार्क का निशान जरQर हो। क्योंकि हॉलमार्क का निशान इस बात की गारंटी है कि जो सोना आप खरीद रहे हैं, वह शुद्धता के लिहाज से पूरी तरह खरा है। हॉलमार्क भारत सरकार के ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड का क्वालिटी कंट्रोल मार्क है।

आप के शब्द

You can find Munmun Prasad Srivastava on , and .

Leave a Reply