UXDE dot Net

तीज स्पेशल: तेरा मेरा साथ रहे 

By -

– ध्रुव गुप्त

स्त्रियों के सर्वाधिक प्रिय पारंपरिक पर्वों में से एक है बड़ी तीज या हरितालिका तीज। इसे छठ के बाद स्त्रियों का सबसे कठिन पर्व माना जाता है। सुहागिन स्त्रियां इस दिन चौबीस घंटों तक भूखी-प्यासी रहने के बाद शिव-पार्वती की पूजा कर अपने पतियों की लंबी उम्र की दुआ मांगती हैं। स्त्रियों के तीज का व्रत करने से उनके पतियों की उम्र बढ़ जाती है या पूजा-पाठ और दानपुण्य से जीवन के बाद उन्हें उनके पतियों सहित सीधे स्वर्ग में प्रवेश मिलता है, यह आस्था का सच है। वास्तविकता यह है कि इस दिन उपवास करने से पत्नियों की देह का और मौके की खरीदारी से पतियों की जेब का वज़न सौ-पचास ग्राम कम होता ही होता है। और यह भी कि पत्नियां व्रत के बहाने ही सही, चुप रहें, कम बोलें, धीरे बोले और मीठा बोलें तो पतियों की उम्र में थोड़ा-बहुत इज़ाफा हो जाता है। और हां, पति इस व्रत के लिए अगर मनपसंद साड़ियों के अलावा सोने या हीरे का कोई गहना भी भेंट कर दे तो पत्नियों की उम्र छलांग मार कर सीधे पांच से दस साल तक बढ़ जा सकती है। 

सभी महिला मित्रों को तीज की शुभकामनाएं, इस अनुरोध के साथ कि वे पतियों के साथ की कामना इसी जन्म तक के लिए सीमित रखें। अति उत्साह में अगर आपने सात जन्मों का साथ मांग लिया तो अपनी प्रेमिकाओं के साथ अगले कुछ जन्मों की एडवांस बुकिंग करा चुके ज्यादातर पतियों का ईश्वर पर से भरोसा ही उठ जाएगा।(वरिष्ठ साहित्यकार की फेसबुक वॉल से साभार)

आप के शब्द

You can find Munmun Prasad Srivastava on , and .

Leave a Reply