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डीटीयू का चौथा रिसर्च एक्सिलेंस अवार्ड्स वितरण समारोह आयोजित

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मुनमुन प्रसाद श्रीवास्तव

दिल्ली प्राद्यौगिकी विश्वविद्यालय (डीटीयू) के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि हमें दुनिया के 200 सर्वोत्तम विश्वविद्यालयों में शामिल होना है। प्रो. योगेश सिंह डीटीयू के चौथे रिसर्च एक्सिलेंस अवार्ड्स वितरण समारोह के अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होने अपने संबोधन में आगे कहा कि हमारा ये लक्ष्य दीर्घ कालीन तो हो सकता है लेकिन ज्यादा दीर्घकालीन नहीं। आज हम दुनिया के 800 सर्वोत्तम विश्वविद्यालयों के वर्ग में शामिल हैं। हमें अगले या इससे अगले वर्ष तक 601 से 800 के वर्ग में स्थान बनाते हुए अपने इस लक्ष्य को पूरा करना है। डीटीयू में ये क्षमता है। कुलपति ने कहा कि भारत के 2-3 विश्वविद्यालय इस सूची में जरूर होने चाहियें। उन्होने कहा कि इसके लिए अनुसंधान के क्षेत्र में भी अग्रणी होना जरूरी है। डीटीयू में पीडीएच की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस साल 78 विद्यार्थियों को पीएचडी की डिग्री प्रदान की गई है। उन्होने बताया कि इस साल में 231 विद्यार्थियों ने डीटीयू से पीएचडी में रजिस्ट्रेशन करवाया है। वर्तमान समय में डीटीयू से 1131 विद्यार्थी पीएचडी कर रहे हैं। यदि हमें इसे अनुसंधान विश्वविद्यालय के तौर पर आगे बढ़ाना है तो कैंपस में पीएचडी के विद्यार्थियों की संख्या अधिक होनी चाहिए। उन्होने रिसर्च एक्सिलेंस अवार्ड्स के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस बार 1008 प्रकाशन डीटीयू से प्रकाशित हुए हैं जिनमें से 300 से अधिक पेपर विद्यार्थियों के हैं।

कुलपति ने जानकारी देते हुए बताया कि इस साल रिसर्च एक्सिलेंस अवार्ड्स के तहत कुल 191 रिसर्च पेपेरों को पुरस्कार मिल रहे हैं जबकि पिछले वर्ष ये आंकड़ा 116 था। उन्होने बताया कि प्रीमियर रिसर्च अवार्ड्स की श्रेणी में इस वर्ष 9 पुरस्कार घोषित किए गए हैं जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा केवल 5 पेपर का था। इस वर्ष के पेपरों में एप्लाइड मैथेकेटिक्स से 2, इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से 2,बायोटेक्नोलोजी से 1, इलैक्ट्रोनिक्स एंड कम्युनिकेशन से 1, इन्फॉर्मेशन टेक्नालजी से 1, मकैनिकल इंजीनियरिंग से 2 पेपर पुरस्कृत किए गए हैं। इसके साथ ही उन्होने बताया कि कॉमेंडेबल रिसर्च अवार्ड्स के तहत 182 रिसर्च पेपरों को पुरस्कृत किया गया है। इनमें एप्लाइड फिजिक्स से 38, कम्प्युटर साइंस एंड इंजीनियरिंग से 25, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग से 23,इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से 20,मैकेनिकल इंजीनियरिंग से 17, बायो टेक्नोलोजी से 15, इन्फोर्मेशन टेक्नोलोजी से 13, एप्लाइड केमिस्ट्री से 12, एप्लाइड मैथेकेटिक्स 12,एनवायरमेंटल से 4, सिविल से 1 और यूएसएमई से 2 प्रकाशनों को पुरस्कृत हेतु चुना गया है।
2017 में हुई थी रिसर्च एक्सिलेंस अवार्ड्स की शुरुआत

रिसर्च एक्सिलेंस अवार्ड्स की शुरुआत दिल्ली प्राद्यौगिकी विश्वविद्यालय (डीटीयू) के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने 2017 में कारवाई थी। इन पुरस्कारों का उद्देश्य अनुसंधान व शोध को बढ़ावा देना है। पहले साल इनके लिए 37 लाख रुपए का प्रावधान किया गया था और कुल 82 पब्लिकेशन (प्रकाशन) पुरस्कृत किए गए थे। दूसरे साल 2018 के लिए 43.4 लाख रुपए का प्रावधान किया गया था और कुल 107 प्रकाशन पुरस्कृत किए गए थे। तीसरे साल 2019 के लिए शोध प्रकाशनों में 116 पुरस्कार घोषित किए गए थे और इनके लिए 45.6 लाख रुपए का प्रावधान किया गया था। इस साल (1 जनवरी से 31 दिसंबर 2020 तक) 191 पुरस्कार घोषित किए गए और 76.7 लाख रुपए का प्रावधान किया गया। गौरतलब है कि डीटीयू में रिसर्च एक्सिलेंस अवार्ड्स के तहत शोध प्रकाशन पुरस्कार हेतु 3 श्रेणियां बनाई गई हैं जिनमें प्रथम आउटस्टैंडिंग रिसर्च अवार्ड्स के तहत मेरिट प्रमाण पत्र के साथ पाँच लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी जाती है। द्वितीय पुरस्कार के तहत प्रीमियर रिसर्च अवार्ड्स की श्रेणी रखी गई है जिसमें मेरिट प्रमाणपत्र के साथ एक लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी जाती है और तीसरी श्रेणी में कॉमेंडेबल रिसर्च अवार्ड्स के तहत मेरिट प्रमाण पत्र के साथ 50 हजार रुपए की पुरस्कार राशि दी जाती है।
 

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