आप के शब्द टीम
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 12 जून को दिल्ली के सारे अस्पतालों में मिला कर 5300 बेड भरे हुए थे। आज की तारीख में 6200 बेड भरे हैं। करीब 10 दिनों में केवल 900 बेड भरे हैं। इन 10 दिनों में 23 हजार नए मरीज आए हैं। इन 23 हजार मरीजों में से केवल 900 अतिरिक्त बेड की जरूरत पड़ी है। इसके दो मायने हैं। पहला, जितने लोग अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं, उतने ही लोग ठीक होकर घर भी जा रहे हैं। दूसरा, जितने भी नए केस आ रहे हैं, उनमें गंभीर केस बहुत कम हैं। इसमें हल्के लक्षणों वाले और बिना लक्षणों वाले केस ज्यादा हैं, जिनका हम घर पर इलाज कर रहे हैं। इसलिए प्रतिदिन 50 से 100 अतिरिक्त बेड की जरूरत पड़ रही है। उतने बड़े स्तर पर फिलहाल बेड की जरूरत नहीं पड़ रही है। इसके बावजूद हम हाथ पर हाथ रख कर नहीं बैठे हैं। मुझे इस बात की खुशी है कि आज की तारीख में एक तरफ जहां 6200 बेड भरे हैं, वहीं दूसरी तरफ 7000 बेड खाली और उपलब्ध हैं। बीच में थोड़ा बेड को लेकर मारामारी हुई थी, लेकिन हमने युद्ध स्तर पर सारे प्राइवेट व सरकारी अस्पतालों में बात करके आपके लिए बेड का इंतजाम किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस दौरान हमें केंद्र सरकार से काफी मदद मिल रही है। दिल्ली सरकार केंद्र सरकार के साथ मिल कर कोरोना पर काबू पाने की कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समय राजनीति करने का नहीं है। यह समय आपस में लड़ाई झगड़ा करने का नहीं है। यदि हम आपस में लड़ेंगे, तो कोरोना जीत जाएगा और यदि हम मिल कर लड़ेंगे, तो कोरोना को हरा सकते हैं।
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