‘परदेसियों से ना अंखियां मिलाना… !’
-ध्रुव गुप्त पिछली सदी के पांचवे और छठे दशक की प्यारी, मासूम, गुड़िया जैसी अभिनेत्री नंदा की याद है आपको ? उस दौर की कई महान अभिनेत्रियों के बीच अपने...
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लेखिका : डॉ० अंजु रानी कॉलोनी के पार्क में सुबह—सुबह बुजुर्ग व्यक्तियों के ठहाकों की आवाज़् गूँजती रहती है। इन ठहाकों का स्वर कभी—कभी तो ऐसा भयानक होता है कि...