-मुनमुन प्रसाद श्रीवास्तव
मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज पूरे देश में सबसे अधिक टेस्ट दिल्ली में हो रहे हैं। लेकिन जितनी भी जांच की क्षमता बढ़ा लें, वह कम ही है। इस समय हमारी सबसे अधिक प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है। हल्के लक्षण और बिना लक्षणों (एसिम्टोमैटिक) वाले लोग ठीक हो जाएंगे। लेकिन जो गंभीर केस हैं, जिनमें आॅक्सीजन सेचुरेशन लेवल गिर जाता है और सांस लेने की दर बढ़ जाती है, उनको बचाना हमारा मकसद है। यदि सभी एसिम्टोमैटिक लोग अपनी जांच कराएंगे तो हमारा सिस्टम ध्वस्त हो जाएगा। लोगों के मन में दहशत है, जिसे हमें निकालना होगा। इससे लोग डरे हुए हैं और सभी जांच कराना चाहते हैं। दिल्ली की 2 करोड़ जनसंख्या है। यदि रोज एसिम्टोमैटिक के 10 हजार लोग जांच कराते हैं, तो लैब कम पड़ जाएंगी, चाहे हम जांच की क्षमता कितनी भी बढ़ा लें। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से अपील की कि एसिम्टोमैटिक वाले लोग अपनी जांच न कराएं। यदि वे लोग भी जांच कराएंगे, तो गंभीर मरीजों की जांच रूक जाएगी। उन्होंने कहा कि हम एक-एक चीज पर नजर रखे हुए हैं, कुछ समस्याएं हैं, तो हम उसका समाधान कर दें।
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