-मुनमुन प्रसाद श्रीवास्तव
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज कैबिनेट की बैठक हुई, जिसमें कैबिनेट ने इन सभी बातों पर गौर किया। कैबिनेट ने यह निर्णय लिया है कि हमें संतुलन बनाने की जरूरत है। दिल्ली सरकार के अस्पतालों में 10 हजार बेड हैं और केंद्र सरकार के अस्पतालों में भी 10 हजार बेड हैं। एक तरफ, हम कल से बाॅर्डर खोल रहे हैं। बाॅर्डर खोलने के बाद दिल्ली सरकार के जो अस्पताल हैं, वे अस्पताल केवल दिल्ली के लोगों के लिए रिजर्व रहने चाहिए। वहीं, केंद्र सरकार के जो अस्पताल हैं, उसमें भी 10 हजार बेड हैं और वहां पर देश भर से कोई आकर इलाज करा सकता है, उस पर दिल्ली सरकार कोई आदेश नहीं जारी कर रही है। केंद्र सरकार के सभी अस्पताल सबके लिए खुले रहेंगे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्राइवेट अस्पताल कोरोना तक केवल दिल्ली वालों के लिए रिजर्व रहेंगे, लेकिन कुछ प्राइवेट अस्पताल ऐसे हैं, जो स्पेशल किस्म की सर्जरी करते हैं, जो सर्जरी देश के बाकी शहरों में अभी उपलब्ध नहीं है। इसलिए लोगों को अपनी जान बचाने के लिए दिल्ली आना पड़ता है। जैसे, अंकोलाॅजी सर्जरी, ट्रांसप्लांटेशन, न्यूरो समेत कुछ सर्जरी हैं, जो चंद अस्पताल करते हैं, यह अस्पताल पूरे देश के लोगों के लिए खुले रहेंगे। देश भर के लोग आकर इन सर्जरी को करा सकते हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे लगता है कि यह एक संतुलन है, जिसमें दिल्ली वालों के हितों की भी रक्षा होगी और देश भर से दिल्ली आकर इलाज करने वाले नागरिकों के हितों की भी रक्षा होगी।
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