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कोरोना से डरें नहीं, खुद को बचाना जरूरी : मनीष सिसोदिया

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-मुनमुन प्रसाद श्रीवास्तव

दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कोरोना से आतंकित होने के बजाय सावधानी की अपील की है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली में 80 से 90% मरीज होम कोरेन्टीन से ही स्वस्थ हो रहे हैं। इसलिए हर मरीज का अस्पताल में भर्ती होना जरूरी नहीं है। उन्हें हमारी टीम द्वारा काउंसलिंग करके घर पर ही बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। 

श्री सिसोदिया ने शुक्रवार को ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से यह बात कही। प्रेस कॉन्फ्रेंस को स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी ने भी संबोधित किया।

श्री सिसोदिया ने कहा कि देश में और दिल्ली में भी कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं। लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं। हमें खुद को बचाना जरूरी है। कल दिल्ली में कोरोना से 13 मौत हुई है। साथ ही, 69 पुराने मामले भी जोड़े गए हैं। इसके कारण कल की तारीख में 82 मौत की रिपोर्ट दिखेगी। लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है। कल हुई 13 मौत के अलावा शेष 69 मामले पिछले 34 दिन के हैं। यह अलग-अलग दिनों में हुई मौत की लेट रिपोर्टिंग है। इनमें 52 मामले सफदरगंज अस्पताल के शामिल हैं।

श्री सिसोदिया ने कहा कि होम कोरेन्टीन के दौरान घर में किसी अलग कमरे की व्यवस्था करना बेहतर है। अगर अलग कमरे की व्यवस्था ना हो, तो अलग बेड की व्यवस्था कर सकते हैं। कोरोना से बचने के लिए सभी एहतियाती उपाय बरतना जरूरी है। सिर्फ किसी चीज को छूने से कोरोना नहीं होगा। कोरोना संक्रमित व्यक्ति के थूक के ड्रॉपलेट्स का मुंह, नाक या आंख से इनटेक होने पर संक्रमण होगा। इसलिए किसी भी चीज को छूने के तत्काल बाद साबुन से अच्छी तरह से हाथ धो लेने से संक्रमण नहीं होगा। श्री सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में मरीजों के ठीक होने की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हम सब मिलकर प्रयास करें और सावधानी बरते हैं तो कोरोना पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 17386 मामले हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे में 1106 नए मामले आए हैं। अब तक 7846 लोग ठीक हो चुके हैं। इनमें 351 लोग कल रिकवर हुए। अब तक दिल्ली में 398 मौत हुई है। 

श्री जैन के अनुसार सफदरगंज तथा अन्य अस्पतालों की पुरानी रिपोर्ट आने के बाद यह ताजा आंकड़ा है। श्री जैन ने बताया कि अभी दिल्ली में कुल 2100 मरीज भर्ती हैं। फिलहाल 5000 से ज्यादा एक्स्ट्रा बेड मौजूद हैं। इसमें निजी अस्पतालों के 1400 तथा सरकारी अस्पतालों के 3700 बेड शामिल हैं। हम इस संख्या को और बढ़ा रहे हैं। मरीजों की संख्या से दोगुना ज्यादा बेड की तैयारी है। अभी 28 मरीज वेंटिलेटर पर हैं, जबकि 300 खाली वेंटीलेटर मौजूद हैं। 

श्री जैन ने कहा कि हम कोरोना से लड़ने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाने और हैंडवाश की प्रैक्टिस पर जोर दे रहे हैं। कोरोना के मरीज घर पर अलग कमरे में सावधानी के साथ रहकर दो सप्ताह में ठीक हो सकते हैं। ज्यादातर लोग घर पर ही ठीक हो रहे हैं।

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