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कोरोना से हुई मौतों में 83 प्रतिशत लोग पहले से किसी गंभीर बीमार से ग्रसित थे

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By: Munmun Prasad Srivastava

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि 20 अप्रैल की रात तक दिल्ली में कोरोना के 2081 केस हो चुके हैं। इनमें से 431 लोग ठीक हो कर अपने घर जा चुके हैं। 47 लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो गई है। अभी फिलहाल 1603 कोरोना के मरीज हैं। 20 अप्रैल को हमने करीब 1397 सैंपल लिए थे। इनमें केवल 78 केस पाॅजिटिव आए हैं। कोरोना की वजह से जिन लोगों की मौत हो रही है। उनका हमने आंकलन किया है। कोरोना की वजह से जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 80 प्रतिशत लोग 50 साल से अधिक उम्र के हैं। इनमें सिर्फ 20 प्रतिशत लोग 50 साल से कम उम्र के हैं। इसका मतलब यह है कि जवान लोगों की कम मौत हो रही है। जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 83 प्रतिशत लोगों को कोई और भी बीमारी थी। इन लोगों को पहले से हार्ट, सुगर, सांस या कैंसर आदि की बीमारी थी। पहले से गंभीर रोगों से ग्रसित लोगों में कोरोना उस बीमारी को और खराब कर देता है और उस वजह से उनकी मौत हो जाती है। इसको अंग्रेजी में को-मोरबिटी कहते हैं। जिन लोगों को को-मोरबिटी थी, ऐसे 83 प्रतिशत लोगों की मौत हुई है। इसीलिए मैं बार-बार अपील करता हूं कि बुजुर्ग लोग अपना ख्याल रखें। खासकर 60 साल से अधिक उम्र के लोग अपना ख्याल रखें। जिनके घर में बुजुर्ग हैं, वे लोग उनका ख्याल रखें। उन्हें घर से बिल्कुल न निकलने दें। सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखें। जिन लोगों को सुगर, हार्ट या कैंसर समेत कोई और बीमारी है, वो लोग भी अपना खास ख्याल रखें। अगर उनको कोरोना हो गया, तो उनकी जान जा सकती है।

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